शुक्रवार, 21 जनवरी 2011

प्रिय ब्लॉग मित्रो ,
             पहेली नंबर -६ में आप सभी का सहयोग अत्यंत सराहनीय रहा .पहेली के प्रश्न के जवाब में तीन उत्तर प्राप्त हुए और तीनो सही किन्तु ये समय की देरी रही कि हम तीनो को विजेता घोषित नहीं कर सकते किन्तु हम आभार व्यक्त करते हैं और भविष्य में भी वे हमें ऐसा ही सहयोग व मार्गदर्शन देंगे  ऐसी आशा करते हैं.वे दो नाम जिन्होंने हमें बहुत विस्तार से उत्तर दिया हैं.
डॉ.रूप चन्द्र शास्त्री जी
दर्शन लाल बवेजा जी
हम आप दोनों के बहुत ही आभारी हैं .उत्तर वही है जो आपने दिया
ये पंक्तियाँ गजानन माधव मुक्तिबोध के प्रसिद्ध कविता संग्रह "चाँद का मुहं टेढ़ा है "की  दीर्घ कविता ब्रह्म राक्षस से ली गयी हैं .
और विजेता हैं..
सत्यम शिवम् जी को पुनः विजेता बनने की बहुत बहुत बधाई .

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